न्यूजीलैंड vs इंग्लैंड: वर्ल्ड कप के पहले मैच में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को 9 विकेट से हरा दिया
न्यूजीलैंड vs इंग्लैंड: वर्ल्ड कप के पहले मैच में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को 9 विकेट से हरा दिया। न्यूजीलैंड ने गुरुवार को अहमदाबाद में 2023 क्रिकेट विश्व कप के शुरुआती मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए गत चैंपियन इंग्लैंड को 9 विकेट से हरा दिया। इंग्लैंड निर्धारित 50 ओवरों में 282/9 रन पर आउट हो गया, जिसमें जो रूट 77 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे। मैट हेनरी 3/48 के साथ न्यूजीलैंड के गेंदबाजों में से एक थे।
इसके बाद डेवोन कॉनवे (152) और रचिन रवींद्र (123) के नाबाद शतकों की बदौलत न्यूजीलैंड ने आसानी से लक्ष्य का पीछा कर लिया। इस जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 273 रन की साझेदारी की, जिससे न्यूजीलैंड ने केवल 36.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।
सिर्फ 96 गेंदों में खेली गई शानदार पारी के लिए रवींद्र को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
यह जीत न्यूजीलैंड के लिए विश्व कप की बेहतरीन शुरुआत थी, जो पहली बार ट्रॉफी उठाना चाह रही है। यह इंग्लैंड के लिए भी निराशाजनक शुरुआत थी, जिसे अगर अपना खिताब बचाना है तो उसे तेजी से वापसी करनी होगी।
न्यूजीलैंड vs इंग्लैंड मैच का सारांश:
टॉस: इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
इंग्लैंड की पारी: इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही, उसने दो विकेट जल्दी खो दिए। हालाँकि, रूट और डेविड मलान ने तीसरे विकेट के लिए 125 रन की साझेदारी करके जहाज को संभाला। रूट अंततः 77 रन पर आउट हो गए, लेकिन मलान 75 रन बनाकर आउट हो गए।
इसके बाद इंग्लैंड ने नियमित अंतराल पर विकेट खोए और अंततः 282/9 पर आउट हो गया। जोस बटलर और लियाम लिविंगस्टोन ने क्रमशः 49 और 46 रनों का बहुमूल्य योगदान दिया।
न्यूजीलैंड की पारी: न्यूजीलैंड ने शुरुआती विकेट खो दिया, लेकिन कॉनवे और रवींद्र ने दूसरे विकेट के लिए मैच विजयी साझेदारी की। कॉनवे विशेष रूप से आक्रामक थे, उन्होंने केवल 83 गेंदों में अपना शतक बनाया। रवींद्र ने भी शानदार पारी खेली और 96 गेंदों में अपना शतक बनाया।
यह जोड़ी नाबाद रही और न्यूजीलैंड ने केवल 36.2 ओवर में आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया।
Conclusion
मैच एक तरफा रहा और पूरे समय न्यूजीलैंड का दबदबा रहा। कॉनवे और रवींद्र की साझेदारी मैच का मुख्य आकर्षण थी और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे बाकी टूर्नामेंट में कैसा प्रदर्शन करते हैं।
अगर इंग्लैंड को खिताब के लिए चुनौती पेश करनी है तो उसे अपनी बल्लेबाजी में सुधार करना होगा। उन्हें कॉनवे और रवींद्र को जल्दी आउट करने का तरीका भी ढूंढना होगा, क्योंकि वे किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के लिए गंभीर खतरा हैं।